अब परिस्थिति का व्यंग्य देखिए कि दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को एक रेटिंग एजेंसी ने उसके ऊंचे सिंहासन से नीचे ला पटका है। ये वही एजेंसी है, जिसके कहे गए शब्दों को एक समय ब्रह्मवाक्य माना जाता था। मूडीज़ द्वारा अमेरिकी सरकार के ऋण.....
अब परिस्थिति का व्यंग्य देखिए कि दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को एक रेटिंग एजेंसी ने उसके ऊंचे सिंहासन से नीचे ला पटका है। ये वही एजेंसी है, जिसके कहे गए शब्दों को एक समय ब्रह्मवाक्य माना जाता था। मूडीज़ द्वारा अमेरिकी सरकार के ऋण.....