ब्रांडेड दवाओं की जगह डॉक्टरों को जेनेरिक दवाएँ लिखने को कानूनन अनिवार्य बनाने की सुप्रीम कोर्ट की मौखिक टिप्पणी पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। दवा कंपनियों द्वारा डॉक्टरों के प्रिस्क्रिप्शन के माध्यम से ब्रांडेड दवाओं की बिक्री बढ़ाने पर किए जा रहे खर्च को लेकर फेडरेशन ऑफ मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया और अन्य द्वारा दायर की गई एक याचिका की......